स्वास्थ्य

गाजर के चमत्कारी गुण और इसे खाने से सेहत को फायदे

Written by hindicharcha

नमस्कार दोस्तों हिंदी चर्चा में आपको स्वागत है, आज की स्वास्थ्य चर्चा में हम आपको बताएँगे क्यों गाजर हम सबके लिए टानिक का काम करता है. इसमें विटामिन बी प्रचुर मात्रा में पाई जाती है. इसमें जो पोषक तत्व होते हैं, वे सेवन करने वाले के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं. इसके कुदरती गुण कई बीमारियों में बेहद फायदेमंद होते हैं.

कमजोरी दूर करने में फायदेमंद – गाजर में संतुलित आहार के सभी गुण मौजूद होते हैं. यदि इसके रस का नियमित उपयोग किया जाये तो किन्ही कारणों से आई कमजोरी दूर की जा सकती है. इसका रस पीते ही रक्त की मात्रा बढ़ना प्रारंभ हो जाती है. रक्त में कोलेस्ट्राल जमने की प्रक्रिया मंद हो जाती है. मरदाना शक्ति में इजाफा होता है.

यदि अधिक काम करने से थकावट आ गयी हो, तो वह दूर हो जाती है. गर्भिणी महिला एवं बच्चों के लिए भी यह बहुत फायदेमंद है. इसको पीने से स्मरण शक्ति में भी वृद्धि होती है. यदि आँखों की रौशनी धुधली हो गयी हो, तो वह तेज हो जाती है. क्योंकि इसमें विटामिन ए भी प्रचुर मात्रा में पाई जाती है. इसके आलावा आँख सम्बन्धी अन्य रोगों में भी फायदेमंद होती है.

महिला रोगों में फायदेमंद – महिला रोगों को दूर करने में इसकी अहम् भूमिका हो सकती है. यदि मासिक धर्म में दर्द होता हो, या वह बंद हो गया हो, या गर्भाशय में कोई दोष आ गये हों, या श्वेत प्रदर से महिला पीड़ित हो, तो तीन चम्मच गाजर के बीजों को कूट कर उसे गुण एवं नमक के घोल में उबाल लें, जब आधा पानी रह जाए, तो उसे सुबह-शाम पीयें. इससे उपरियुक्त सभी रोगों में फायदा होगा.

यदि महिला का गर्भपात हो जाता हो, तो एक गिलास गाजर का जूस और एक गिलास दूध को मिलाकर उबाल लें. जब आधा मिश्रण बच जाए, तो उसे सुबह-शाम पीते रहें. इससे गर्भपात की समस्या से निज़ात मिलेगी. किन्तु इसके लिए कुछ परहेज की भी जरूरत है. उस महिला को चटपटी चीजें, चाट, पकौड़ी खाने से बचना चाहिए.

यदि महिला को अपने बच्चे को पिलाने के लिए पर्याप्त दूध नहीं हो रहा हो, तो उसे जीरा मिला कर सुबह-शाम एक गिलास गाजर का जूस पीना चाहिए. इससे पर्याप्त मात्रा में दूध बनने लगेगा. जिन महिलाओं को हिस्टीरिया की बीमारी हो, उसे एक गिलास गाजर के जूस में आधा नीबू निचोड़ कर देना चाहिए, इससे उसका यह रोग दूर हो जाता है.

हृदय रोग में फायदेमंद – हृदय रोगियों के लिए गाजर बहुत ही फायदेमंद है. हार्ट अटैक के रोगियों को गाजर एवं पालक का जूस मिलकर पीना चाहिए. इससे उनके हृदय की गति नियमित हो जाती है. गाजर का मुरब्बा खाने से भी यह रोग दूर होता है. एक गिलास गाजर के रस में एक नीबू निचोड़ कर पीने से भी लाभ होता है. इसे पीने से हृदय को बल एवं शीतलता प्राप्त होती है.

सीने में दर्द की शिकायत हो तो एक गिलास गाजर के रस में स्वादानुसार शहद मिला कर पीने से दर्द होना बंद हो जाता है.

दमा रोग में फायदेमंद – गाजर का जूस दमा रोगियों के लिए भी बहुत फायदेमंद है. यदि दमा रोगी सुबह और दोपहर एक-एक गिलास गाजर का जूस पीता है, तो उसे आश्चर्यजनक रूप से फायदा होता है. यह प्रक्रिया कम से कम 15 दिन करना चाहिए. यदि कोई दमा रोगी लम्बे समय तक भी गाजर का जूस पीता है, तो भी उसे कोई हानि नही होती है.

इसके आलावा दमा रोगी को गाजर, चुकंदर और शलजम तीनों की समान मात्रा में रस निकाल कर उसे एक गिलास दूध में मिला कर आधी मात्रा रहने तक उबाल लेना चाहिए. फिर उसमे थोड़ी सी शहद मिलाकर उसे सुबह-दोपहर-शाम पीना चाहिए. इससे दमा ठीक हो जाएगा.

गठिया, जोड़ों के दर्द में फायदेमंद – जिन रोगियों को गठिया या जोड़ों का दर्द हो, उसके लिए गाजर का जूस बहुत ही फायदेमंद है. इस प्रकार के रोगियों को दिन में तीन बार एक-एक गिलास गाजर का जूस देना चाहिए. इस तरह इसका उपयोग करने से रोगी को बहुत फायदा होता है. इसका कारण है कि गाजर शरीर की प्रतिरोधक क्षमता तो बढाता है. जिससे यह रोग ठीक हो जाता है.

इसके आलावा गाजर, चुकंदर और पत्तागोभी का बराबर मात्रा में रस मिलाकर उसे शहद के साथ लेने से जोड़ों का दर्द ठीक हो जाता है. चार कली लहसुन, पत्तागोभी और गाजर की चटनी भोजन के साथ खाने से भी इस प्रकार के रोगियों को फायदा मिलता है. इसके अलावा रोगी एक गिलास गाजर के रस में काली मिर्च और सेंधा नमक मिलाकर पीने से भी फायदा होता है.

पेट के रोग में फायदेमंद – जिन्हें आँतों की गैस, ऐठन, शोथ, घाव, जलोदर, अपच या पेट में वायु में पैदा होती हो, उनके लिये गाजर बहुत ही फायदेमंद है. इस प्रकार के रोगियों को नियमित रूप से गाजर के रस का सेवन करना चाहिए. उन्हें आश्चर्यजनक रूप से फायदा होगा. गाजर, नीबू और पालक का रस पीने से कब्ज दूर हो जाती है. यदि पेट में गैस बन रही हो, तो गाजर का एक कप रस उसके एक चौथाई प्याज के रस में काला नमक और अदरक का रस मिलाकर पीने से कब्ज ठीक हो जाती है. यदि किसी को दस्त आने लगें तो उसे एक गिलास गाजर के रस में दो चम्मच शहद मिलाकर पीने से आराम मिलता है.

एक कप गाजर के रस में भुना हुआ जीरा डालकर दिन में चार बार पीने से फायदा पहुचता है. पेचिस के रोगियों जिन्हें रक्त आता हो, समान मात्रा में गाजर और दूध मिलाकर नित्य दो बार पीने से लाभ होता है. जिन पेट की रोगियों की आँतों में सूजन हो, उन्हें 185 ग्राम गाजर रस, 150 ग्राम चुकंदर रस और 160 ग्राम खीर का रस, तीनों को मिलाकर दिन में तीन बार पीने से रोगी के आँतों की सूजन उतर जाती है.

कैंसर रोगियों के लिए फायदेमंद – कैंसर रोगियों के लिए गाजर उपयोगी है. यदि कैंसर रोगी अपने भोजन में किसी न किसी रूप में नियमित रूप से गाजर का उपयोग करता है, तो उसे फायदा होता है. किन्तु कैंसर रोगी को मसाला डाले गाजर और पालक रस नियमित रूप से पीना चाहिए. किन्तु इसमें नमक नही डालना चाहिए. गाजर, पालक के रस में थोड़ा सा अदरक का रस मिलाकर पीने से भी रोगी फायदा होता है. कैंसर रोगी जब तक जीवित रहे, गाजर का जूस पीता रहे, निश्चित ही उसे फायदा लगेगा.

चर्म रोग में फायदेमंद – गाजर का रस चर्म रोगियों के लिए बहुत ही फायदेमंद है. इसके नियमित सेवन से रक्त शोधन हो जाता है, इस कारण किसी भी कारण से हुए चर्म रोग में फायदा पहुचता है. जिन रोगियों को सफेद दाग हो, उन्हें अधिक से अधिक गाजर खाना चाहिए और जूस भी पीना चाहिए. बस इसके साथ खटाई और नीबू का सेवन करने से बचना चाहिए. जिनकी चमड़ी रूखी हो, गाजर के एक गिलास रस में भुना पिसा जीरा और काला नमक मिलाकर नियमित रूप से पीना चाहिए.

इसके आलावा कद्दूकस में गाजर को कस कर उसे दूध में उबाल कर उसका बूरा बना लें, शाम को गाजर के रस के साथ उसका सेवन करना फायदेमंद साबित होता है. दाद या खुजली होने पर गाजर और पालक का रस दिन में चार बार पीयें, फायदा होगा. गाजर की खीर बना कर खाएं. गाजर, पालक और खीरे के रस को खाली पेट पीयें. फायदा होगा.

डायबिटीज में फायदेमंद – गाजर एवं उसका जूस डायबिटीज रोग की भी बहुत ही कारगर दवा है. 310 ग्राम गाजर का रस, 185 ग्राम पालक के रस में मिला कर पीयें, बहुत फायदा होगा. इसके आलावा एक गिलास गाजर का रस, एक कप करेले का रस, आधा कप आंवले का रस मिलाकर दिन में तीन बार पीने से फायदा होता है. इसके अलावा गाजर, मूली, जामुन की गुठली सब मिलाकर रस निकाल कर एक-एक गिलास दिन में दो बार पीने से मधुमेह में फायदा मिलता है.

इसके आलावा 100 ग्राम गाजर के रस में दो-दो चम्मच प्याज और करेले का रस मिलाकर नित्य दो बार पीने से मधुमेह की बीमारी ठीक हो जाती है. इन सबके साथ मरीज को सूखा धनिया, गाजर, करेला और सेंधा नमक सबकी मात्रा स्वादानुसार की चटनी भी भोजन के साथ खाना चाहिए.गाजर के औषधीय गुण इसे खाने से क्या-क्या फायदे होंगे

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