लाइफस्टाइल

जानिये क्योँ होते है रोड़ एक्सीडेंट और क्या होता है रोड हिप्नोसिस

Written by hindicharcha

नमस्कार दोस्तों आज की हिंदी चर्चा में हम बात करेंगे क्योँ होते है सबसे ज्यादा रोड़ एक्सीडेंट और क्या होता है रोड हिप्नोसिस (Road Hypnosis)

अधिकतर रोड एक्सीडेंट में रोड हिप्नोसिस भी एक बड़ा कारण है. आखिर ये रोड हिप्नोसिस क्या है,  यह किसी भी वाहन की ड्राइविंग करते समय की एक शारिरिक स्थिति है. आम तौर पर लगातार ढाई-तीन घंटे की ड्राइविंग के बाद रोड हिप्नोसिस शुरू होता है. ऐसी सम्मोहन की स्थिति में आंखें खुली होती हैं, लेकिन दिमाग अक्रियाशील हो जाता है. इसलिए जो दिख रहा है उसका सही विश्लेषण नहीं हो पाता और नतीजतन सीधी टक्कर वाली दुर्घटना हो जाती है.

इस सम्मोहन की स्थिति में दुर्घटना के 15 मिनिट तक ड्राइवर को न तो सामने के वाहनों का आभास होता है और न ही अपनी स्पीड का… और जब 120-140 स्पीड से टक्कर होती है तो भयानक दुष्परिणाम सामने आते हैं.

इस सम्मोहन की स्थिति से बचने के लिए हर ढाई-तीन घंटे ड्राइविंग के पश्चात रुकना चाहिए. चाय-कॉफी पिए, 5-10 मिनिट आराम करें और मन को शांत करें. ड्राइविंग के दौरान स्थान विशेष और आते-जाते कुछ वाहनों को याद करते चलें. अगर आप महसूस करें कि पिछले 15 मिनिट का आपको कुछ याद नहीं है, तो इसका मतलब है कि आप खुदको और सहप्रवासियों को मौत के मुंह में ले जा रहे हो.

रोड सम्मोहन अक्सर अचानक रात के समय होता है. जब अन्य यात्री सो या ऊंघ रहे होते हैं. इसलिए बेहद गंभीर दुर्घटना हो सकती है. ड्राइवर को झपकी आ जाए या नींद आ जाए तो दुर्घटना को कोई नहीं रोक सकता. लेकिन आँखें खुली हो तो दिमाग का क्रियाशील होना अतिआवश्यक है. ध्यान रखें, सुरक्षित रहें, सुरक्षित ड्राइविंग करें.

आजकल तेज रफ्तार भरी जिंदगी में रोड दुर्घटनाओं में आए दिन भयानक एक्सीडेंट की खबरें सुनने को मिलती है, जिनमें बड़ी संख्या में लोगों की वाहन दुर्घटना में मौत हो रही है. ये दुर्घटनाएं इतनी भयानक होती हैं कि पलक झपकते ही लोगों के मौत के मुंह में पहुंचा देती हैं.

इसलिए जहाँ तक संभव हो सके सुरक्षित यात्रा करें, नींद या झपकी आने पर थोड़ी देर रुक कर गाडी को आगे बढ़ाएं.

Leave a Comment