ज्योतिष

बिमारी और कारोबार में मोती शंख के चमत्कारी फायदे

Written by hindicharcha

नमस्कार दोस्तों आज की ज्योतिष हिंदी चर्चा में हम आपको बताएँगे की कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनके पास कभी पैसा टिकता नहीं है। वे कितना भी कोशिश कर लें मगर पैसा आते ही चला जाता है। ऐसे लोगों के घरों में बरकत भी नहीं होती तथा वे हमेशा पैसों की तंगी में ही जीते हैं। अगर आपके साथ भी यही समस्या है तो इसका निदान मोती शंख से संभव है।

मोती शंख का सही विधि- विधान से पूजन कर यदि तिजोरी में रखा जाए तो घर, कार्यस्थल, व्यापार स्थल और भंडार में पैसा टिकने लगता है। आमदनी बढऩे लगती है। मोती शंख का प्रयोग इस प्रकार करें- प्रयोग- किसी बुधवार को सुबह स्नान कर साफ कपड़े में अपने सामने इस शंख को रखें और उस पर केसर से स्वस्तिक का चिह्न बना दें। इसके बाद नीचे लिखे मंत्र का जप करें- “श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:” – मंत्र का जप स्फटिक माला से ही करें। – मंत्रोच्चार के साथ एक-एक चावल इस शंख में डालें। – इस बात का ध्यान रखें की चावल टूटे हुए ना हो।

इस प्रयोग लगातार ग्यारह दिनों तक करें। – इस प्रकार रोज एक माला का जप करें। उन चावलों को एक सफेद रंग के कपड़े की थैली में रखें और ग्यारह दिनों के बाद चावल के साथ शंख को भी उस थैली में रखकर तिजोरी में रखें। आप देखेंगे कि कुछ ही दिनों में आपके धन-वैभव में वृद्धि होने लगेगी। पैसा आएगा भी और टिकेगा भी|

मोती शंख को ” दारिद्र्य -निवारक” कहा जाता है ! अतः यदि इस शंख को कारखाने में स्थापित किया जाए तो स्वतः ही उसकी दरिद्रता समाप्त हो जाती है तथा व्यापार में आशातीत वृद्धि होने लग जाती है * यदि मन्त्र सिद्ध प्राण-प्रतिष्ठित मोती-शंख अपने पूजा स्थान में रखा / स्थापित किया जाए तथा उसमें जल भरकर लक्ष्मी के चित्र पर चढाया जाए तो लक्ष्मी प्रसन्न होती है और आर्थिक उन्नति होना प्रारंभ हो जाती है

विविध प्रयोग :

1. मोती- शंख को घर में स्थापित कर दें , तथा नित्य ” ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महा- लक्ष्मये नमः ” ११ बार बोलकर एक-एक चावल का दाना शंख में भरते रहें ! इस प्रकार १०८ दाने इस शंख में डालें और इस प्रकार ११ दिन तक प्रयोग करें ! यह प्रयोग इतना शक्ति-शाली है कि यदि इसे लगातार किया जाए तो व्यक्ति कि जन्म – जन्म कि दरिद्रता दूर हो जाती है

2. कांच के एक कटोरे में लघु मोती शंख रख कर उसे अपने बिस्तर के नजदीक रखें। इससे कमरे के आस-पास की नकारात्मक ऊर्जा दूर होगी और पति-पत्नी में प्रेम बढ़ेगा।

3. मोती शंख में चावल भरकर मानसिक रोग से ग्रस्त व्यक्ति के सिर के ऊपर से सात बार उतार कर जल में प्रवाहित कर देने से उसे रोग से मुक्ति मिल सकती है।

4. मोती शंख को रात्रि में पानी से भरे किसी कांच के बर्तन में रखें। प्रातः उस पानी को पी लें। यह क्रिया रोज करें, चेहरे पर चमक व कांति आएगी और आंतों के रोग दूर होंगे। इसके अतिरिक्त इस शंख को रोज चेहरे पर हल्के-हल्के फेरें, चेहरा मोती की तरह चमकने लगेगा। यह क्रिया करने से लड़कियों के चेहरों पर पड़ने वाले दाग व मुंहासे शीघ्र दूर होने लगते हैं।

5. जिस फसल की पैदावार में वृद्धि की कामना हो, उसके कुछ बीज एक मोती शंख में डालकर अपने पूजा स्थल पर रखें, पैदावार भरपूर होगी।

6. यदि घर में कोई बहुत बीमार हो, तो मोती शंख में जल भर कर पूजा घर में रखें और दवाई का सेवन मोती शंख के जल से करवाएं। बीमार के स्वास्थ्य में सुधार आने लगेगा और वह शीघ्र ही पूरी तरह ठीक हो जाएगा।

हम आशा करते है आपको यह जानकारी पसंद आई होगी, अगर आपको इसमें कोई त्रुटी लगे तो कृपया हमें कमेंट्स के माध्यम से बताएँ ताकि हम इसमें सुधार कर सकें. धन्यवाद.

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